Nagori Cow: Rajasthan’s Best Draught Breed – The Rajasthan Express

Nagori Cow: The Mighty Draught Breed of Rajasthan

नागोरी गाय , जिसे कृषि कार्यों और बोझा ढोने (Draught Purpose Breed) के काम में लिया जाता  जाता है, जो राजस्थान के नागौर जिले की एक स्वदेशी नस्ल है। भारत में वर्तमान में देशी गायों की कुल 53 पंजीकृत देशी नस्ल है। नागोरी गाय, राजस्थान के शुष्क क्षेत्रों से उत्पन्न एक मजबूत और फुर्तीली  नस्ल  है, जो अपनी भारवाहक  क्षमता के लिए जानी जाती है। नागोरी गाय की सहनशीलता और अनुकूलता इसे राजस्थान की कठिन जलवायु परिस्थितियों में किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन बनाती है।

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Origins and Distribution of Nagori Cow (जन्म स्थान और वितरण)

नागोरी गाय का नाम राजस्थान के नागौर जिले से लिया गया है, जो इसका गृह क्षेत्र है। नागोरी गाय मुख्य रूप से नागौर जिले में पाए जाते हैं, लेकिन ये जोधपुर और बीकानेर जिले के नोखा तहसील में भी पाई जाती हैं।
नागोरी गाय में हरियाणा व कांकरेज दोनों नस्लो के लक्षण देखने को मिलते है इसलिए नागोरी गाय को हरियाणा व् कांकरेज गाय का मिश्रण माना जाता है। 

Main Uses of Nagori Cow (उपयोग)

1. Draught Purpose:
  • नागोरी गाय का उपयोग भारवाहक / बोझा ढोने के कार्य के लिए है, विशेष रूप से बैल और परिवहन के लिए। नागोरी बैल  विशेष रूप से गहरी  रेतीले जमीन पर  भारी कार्य करने में सक्षम होते है।  
2. Agricultural Work:
  • नागोरी बैलों का उपयोग किसानों द्वारा कृषि कार्यों में किया जाता है। हालाँकि नागोरी गाय में दुग्ध उत्पादन कम होता है। 
  •  राजस्थान की सबसे अच्छी भारवाहक / बोझा ढोने वाली नस्ल नागोरी गाय है। 

Characteristics of Nagori Cow (नागोरी गाय की पहचान)

शरीर (Body)
  • नागोरी गाय सफेद, ऊँची, बहुत सतर्क और फुर्तीली होती है, जिसका चेहरा लंबा और संकीर्ण होता है, जो घोड़े जैसा दिखता है।
रंग (Colour)
  • आमतौर पर नागोरी गाय सफेद या हल्का ग्रे रंग की होती है, इस नस्ल के गले, कंधों और क्वार्टर पर कभी-कभी गहरे रंग के शेड्स (Shades) भी देखे जाते हैं।
सिर और सींग (Head & Horn)
  • सिर सपाट होता है और हल्के ढंग से झुकी हुई पलकें होती हैं। सींग मध्यम आकार के होते हैं, जो ऊपर की ओर मुड़े हुए होते हैं।
त्वचा और बाल (Skin & Hair)
  • त्वचा महीन और थोड़ी ढीली होती है, जिसमें काले रंग का वर्णन होता है, सिवाय थन और कान के अंदर, जहाँ यह समृद्ध पीला होता है।
चाल (Move)
  • नागोरी बैलो में कभी – कभी सवाईचाल देखने को मिलती है लेकिन पूर्ण रूप से सवाईचाल कांकरेज गाय में देखने को ही मिलती है।  
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Visible Characteristics of Nagori Cow (दिखावट)

  • Height: Males average 148 cm, while females average 124 cm.
  • Body Length: Males average 145 cm, and females average 138 cm.
  • Heart Girth: Males average 195 cm, while females average 165 cm.
  • Weight: Males average 363 kg, and females average 318 kg.
  • Birth Weight: The average birth weight is 16.9 kg, with males weighing around 17.5 kg and females 16.3 kg.

Management and Feeding

  • नागोरी गायों का आमतौर पर अर्ध-सघन प्रणाली (Semi Intensive System) के तहत प्रबंधन किया जाता है। मुख्य चारे में खेजड़ी, कबली कीकर, जल, आक और सेवण घास जैसे पेड़ शामिल हैं। 
  • जानवर चारे की तलाश में लंबी दूरी तय करते हैं, और बैलों को आमतौर पर खूटे में बांधकर खिलाया जाता है।

मुख्य बिंदु (Key Points)

  • भारत की सबसे अच्छी बोझा ढोने वाली / भारवाहक नस्ल “अमृत महल है। 
  • महाराष्ट्र की सबसे अच्छी बोझा ढोने वाली / भारवाहक नस्ल “खिलारी” है। 
  • राजस्थान की सबसे अच्छी बोझा ढोने वाली / भारवाहक नस्ल “नागोरी” है। 
  • भारत की सबसे अच्छी दोहरी उपयोगिता वाली नस्ल “हरियाणा” है। 

Performance and Productivity (उत्पादन)

Nagori cows are notable for their productivity, particularly in terms of draught work and milk production.
  • Age at First Parturition:  On average, 47.37 months.
  • Parturition Interval:  Approximately 15.16 months.
  • Milk Yield per Lactation:  Ranges from 479 kg to 905 kg, with an average of 603 kg.
  • Milk Fat:  An average of 5.8%.

Peculiarity of the Breed (विशेषता)

बैल बड़े और शक्तिशाली होते हैं, जो गहरे रेत में भारी बैल कार्य करने में सक्षम होते हैं। पतलेपन और हड्डी की हल्कापन की प्रवृत्ति के बावजूद, उनके पैर मजबूत होते हैं, जो उनकी फुर्ती और आसानी से चलने में योगदान करते हैं, अक्सर घोड़े की तरह।

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नागोरी गायों की आबादी (Population Statistics)

भारत सरकार के पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन विभाग के अनुसार, नागोरी गायों की जनसंख्या। 
  • 1992: Approximately 173,000
  • 2013: Approximately 373,224

भारत में पशुधन की आबादी 20वीं पशुधन गणना के अनुसार : 

1. कुल पशुधन आबादी:
  • 2019 में देश में कुल पशुधन आबादी 535.78 मिलियन है, जो 2012 की गणना की तुलना में 4.6% अधिक है।
2. कुल गायों की संख्या:
  • 2019 में कुल गायों की संख्या 192.49 मिलियन है, जो पिछली गणना की तुलना में 0.8% ज्यादा है। देशी गायो में सबसे लम्बा दुग्धकाल ” गिर गाय (Gir Cattle) ” का होता है। 

Discover the Nagori cow, an exceptional draught breed from Rajasthan known for its strength and agility. Learn about its origin, characteristics, and adaptability to harsh climates.

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