Highland Cow : History, Characteristics, and Global Distribution
हाईलैंड एक स्कॉटिश हाइलैंड्स की गाय नस्ल है जो अपने लंबे सींग और घने बालों वाले कोट के कारण दुनिया में प्रसिद्ध है। हाईलैंड गाय (Highland Cow) एक विदेशी नस्ल (Exotic Cattle Breed) की गाय है। हाईलैंड गाय अपनी सहनशीलता के कारण प्रतिकूल स्थितियों में अनुकूलन क्षमता के लिए जानी जाती है। हाईलैंड गाय को मुख्यत मांस उत्पादन (Meat Production) के लिए पाला जाता है। आज, हाईलैंड गायें अपनी प्रीमियम बीफ और रोग प्रतिरोध के लिए वैश्विक स्तर पर उपयोगिता बढ़ा रही है , जिसके कारण यह गाय किसानो के लिए आय का प्रमुख स्रोत है।
Breed of Highland Cow
Breed |
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Alternate Names |
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Origin Country | Scotland |
Distribution | Worldwide (Soviet Union,United States) |
Use | Meat Production |
Male Weight | Average: 650 kg |
Female Weight | Average: 450 kg |
Male Height | Average: 125 cm |
Female Height | Average: 105 cm |
Coat Colour |
|
Horn | Horned in both sexes |
Subspecies | Taurus |
Origins and History of Highland Cow
हाईलैंड गाय की उत्पति स्कॉटिश हाइलैंड्स और स्कॉटलैंड के पश्चिमी द्वीपों से हुई है। हाईलैंड गाय के शरीर के आकार एवं रंग के कारण इसके दो विशिष्ट प्रकार है :
West Highlands or Kyloe :
- वेस्ट हाईलैंड्स या क्योल गायों को स्कॉटलैंड के पश्चिमी द्वीपों पर पाला जाता था और ये हाईलैंडरों गायों की तुलना में आकार में थोड़ी छोटी होती थीं।
- वेस्ट हाईलैंड्स या क्योल गायों का रंग काला व् लंबे सींग और एक लंबा झबरा कोट होता है।
- इनका आकार छोटा होने के कारण इन्हे Mini Highland Cow / Miniature Highland Cow भी कहा जाता है।
Highlander :
- हाईलैंडर गायों (Highland Cow) का आकार वेस्ट हाईलैंड्स या क्योल गायों की तुलना में बड़ा होता है। इनका रंग लाल – भूरा होता है।
समय के साथ वेस्ट हाईलैंड्स व् हाईलैंडर गायों को मिलाकर हाईलैंड के नाम से पंजीकृत किया गया। सन 1884 में हाईलैंड नस्ल को आधिकारिक रूप से एक हर्ड बुक (Herd Book) में दर्ज किया गया, और इसके तुरंत बाद, अमेरिकी किसानों ने अपने झुंड (गाय – भेंसो के समूह) की नस्ल सुधार करने के लिए हाईलैंड गायों का आयात करना शुरू कर दिया।
हाईलैंड गाय का वितरण क्षेत्र (Distribution of Highland Cow)
हाईलैंड गाय के मुख्य उपयोग (Main Uses of Highland Cow)
- हाईलैंड गायों को मुख्यत मांस उत्पादन के उद्देश्य से पाली जाती है। क्योंकि हाइलेंड गायों का बीफ वसा रहित होता है।
- इसी कारण हाईलैंड बीफ को बाजार में प्रीमियम गुणवत्ता का बनाता है, जहां कम कोलेस्ट्रॉल (Fat Less) वाला मांस मांग में है।
- हाईलैंड गायों का उपयोग अन्य नस्लों के साथ क्रॉसब्रीडिंग के लिए किया जाता है ताकि उच्च गुणवत्ता वाला और वाणिज्यिक रूप से मूल्यवान मांस उत्पादन किया जा सके।
Physical Characteristics of Highland Cow (हाइलैंड गाय की पहचान)
शरीर (Body)
- हाईलैंड गाय शरीर में भारी – भरकम होती है जिसके कारण मांस उत्पादन अच्छा करती है।
- हाईलैंड गायों की ऊंचाई आमतौर पर 90-106 सेंटीमीटर होती है, जबकि सांड 106-120 सेंटीमीटर ऊंचे होते हैं।
- हाईलैंड गायें अपनी लंबी, चौड़ी सींगों और लंबे, लहरदार और ऊनी कोट के लिए जानी जाती हैं।
- सामन्यत हाईलैंड गायों का रंग काला व् लाल भूरा देखने को मिलता है। वेस्ट हाईलैंड्स या क्योल गायों का रंग काला व् लंबे सींग और एक लंबा झबरा कोट होता है।
- हाईलैंड गायों के बाल दो परतों वाले होते हैं: बाहरी तेलीय बाल और आंतरिक मुलायम नीचे के बाल।
- इनके कोट के रंग में विविधता होती है, जिनमें 60% का कोट लाल भूरे रंग का होता है, और अन्य पीले, चांदी के रंग, काले या धब्बेदार/धूसर होते हैं।
Key Points (मुख्य बिंदु)
- विदेशी नस्लों को Exotic Breed / Hump less Cattle Breed भी कहा जाता है। क्योकि इनमें कूबड़ अनुपस्थित होता है।
- विदेशी नस्लों का वैज्ञानिक नाम Boss taurus होता है।
- देशी नस्लों का वैज्ञानिक नाम Boss indicus होता है। देशी नस्लों को Zebu Cattle / Humped Cattle भी कहा जाता है। क्योकि इनमें कूबड़ उपस्थित होता है।
- भारत की सबसे ज्यादा दुग्ध देने वाली गाय की नस्ल साहीवाल है।
- दुनिया की सबसे ज्यादा दुग्ध देने वाली गाय की नस्ल होलेस्टियन फ्रीजियन (H.F Cow) है।
- गाय के मांस को Beef (बीफ) कहा जाता है।
- गाय – भैंस के बच्चों को Calf (काफ) कहा जाता है।
हाईलैंड गाय की अनुकूलता (Adaptability of Highland Cow)
- हाईलैंड गायें ठंडे मौसम को सहन करने में अत्यधिक सक्षम होती हैं। उन्हें लगभग आर्कटिक रेनडियर जितना ठंड सहनशील कहा गया है।
- हालांकि, उनकी मोटी कोट के कारण वे गर्म मौसम को कम सहन करती हैं। हाइलैंड गायें उन देशों में भी सफलतापूर्वक पाली जा चुकी हैं जहां स्कॉटलैंड से भी ठंडी सर्दियां होती हैं, जैसे नॉर्वे और कनाडा।
- उनके मोटे बाल और कठोरता उन्हें कठिन वातावरण में जीवित रहने की क्षमता प्रदान करते हैं, और वे खराब चारागाहों या कृषि अयोग्य भूमि पर भी मांस का उत्पादन करने में सक्षम होती हैं।
Conclusion (निष्कर्ष)
हाईलैंड गाय अपनी विशिष्ट विशेषताओं, सहनशीलता और उच्च गुणवत्ता वाले मांस उत्पादन के कारण विश्वभर में प्रसिद्ध है। स्कॉटिश हाइलैंड्स की इस प्राचीन नस्ल ने विभिन्न जलवायु और पर्यावरणीय परिस्थितियों में अनुकूलन क्षमता दिखाई है, जिससे यह वैश्विक किसान समुदाय के लिए एक आय का प्रमुख स्रोत बन गई है। हाईलैंड गायें न केवल ठंडे वातावरण में बल्कि कठिन भूभागों में भी जीवित रहकर मांस उत्पादन में अपनी क्षमता साबित कर चुकी हैं। इसके अलावा, इनकी अनूठी शारीरिक विशेषताएँ और रोग प्रतिरोधक क्षमता अन्य नस्लों के सुधार में सहायक सिद्ध होती हैं। आधुनिक कृषि जगत में, हाईलैंड गायों का महत्व केवल मांस उत्पादन तक ही सीमित नहीं है; यह नस्ल कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में नवाचार और स्थिरता का प्रतीक है।
- हाईलैंड गायें ठंडे मौसम को सहन करने में अत्यधिक सक्षम होती हैं। उन्हें लगभग आर्कटिक रेनडियर जितना ठंड सहनशील कहा गया है।
- हालांकि, उनकी मोटी कोट के कारण वे गर्म मौसम को कम सहन करती हैं। हाइलैंड गायें उन देशों में भी सफलतापूर्वक पाली जा चुकी हैं जहां स्कॉटलैंड से भी ठंडी सर्दियां होती हैं, जैसे नॉर्वे और कनाडा।
- उनके मोटे बाल और कठोरता उन्हें कठिन वातावरण में जीवित रहने की क्षमता प्रदान करते हैं, और वे खराब चारागाहों या कृषि अयोग्य भूमि पर भी मांस का उत्पादन करने में सक्षम होती हैं।
Conclusion (निष्कर्ष)
“Highland cows are premium meat producers with unique characteristics. Understand their origins, distribution, and why they are a valuable asset to farmers.”
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